Motivational : अनुभवों से सीख लेकर आसान बनाएं जीवन
जीवन एक ऐसी यात्रा होती है जहाँ हम अच्छे- बुरे अनुभवों के साथ आगे बढ़ते हैं। हमारे पास जो भी अनुभव हैं उनसे हम सीखते हुए लाइफ में अपने समय को और भी बेहतर करने में सक्षम हो जाते हैं। देखा जाए तो सभी के पास अपनी-अपनी परेशानियां तो होती ही हैं, तो उनसे उबरने के रास्ते भी सभी के पास अलग-अलग होते हैं। समस्याओं से जूझती लड़की की यह छोटी सी कहानी हमें इसका एक सार समझा सकती है।
एक बार अपनी समस्याओं से लड़ती और संघर्ष करने का प्रयास करते हुए हार की कगार पर पहुंची एक लड़की ने अपने पिता से कहा कि वह अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहती है लेकिन कैसे? पता नहीं। उसने बताया मेरे जीवन में एक समस्या सुलझती है तो दूसरी समस्या उसके लिए तैयार रहती है।
लड़की के पिता एक कुक थे जो उसे किचन में ले गए। उन्होंने तीन बर्तनों में पानी उबालकर पहले बर्तन में आलू डाले, दूसरे में अंडे और तीसरे में कॉफी बीन्स डाले। उन्होंने लगभग बीस मिनट बाद बर्नर बंद कर बर्तन से आलूओं को निकालकर एक कटोरे में रखा और अंड़ों को दूसरे कटोरे में। कॉफी को एक बड़े चम्मच से निकालकर केतली में डाल दिया। पिता ने अपनी बेटी से पूछा, तुमने क्या देखा?
‘आलू, अंडे और कॉफी,‘ लड़की ने तुरन्त उत्तर दिया। पिता ने कहा, ‘ध्यान से देखो, और आलूओं को छूओ‘। उसने ऐसा ही किया और अनुभव किया कि आलू मुलायम है। उसके बाद उन्होंने एक अंडा लेकर उसे तोड़ने को कहा। जब उसने अंड़े के बाहरी छिलके को हटा उसे छुआ तो वह अंदर से उबला हुआ महसूस हुआ। अंत में पिता ने उसे कॉफी पीने के लिए कहा। उसने जब कॉफी पी तो उसे कॉफी की खुशबू आई। बेटी ने पूछा, ‘पिता जी, इसका क्या मतलब है?‘
तब पिता ने समझाया कि आलू, अंडे और कॉफी बीन्स सभी ने एक ही तरह की कठिनाईयों का सामना किया- उबलते हुए पानी का। लेकिन सभी की प्रतिक्रिया बिल्कुल भिन्न थी। आलू को पानी में डालने से पहले वह बहुत कठोर था लेकिन उबलते पानी में डालने के बाद वह मुलायम और कमजोर हो गया। अंडे को उबलते पानी में डालने से पहले उसके अंदर का तरल कठोर हो गया। जबकि, कॉफी बीन्स को जब उबलते पानी के संपर्क में लाया गया तब उन्होंने पानी को ही बदल दिया और उसकी खुशबु फैल गयी।
इस कहानी के जरिये यह देख सकते हैं परेशानियां सभी के जीवन में होती हैं लेकिन जो बात मैटर करती है वह यह है कि हम कैसे उन समस्याओं का सामना कर पाते हैं। हमें जीवन में क्या मिला क्या नहीं, पैसा हमारा लक्ष्य है या फिर प्यार व मन की शांति, इन सब का आंकलन करने से बेहतर है कि हम खुश रहें और सफलता की यात्रा में साथ निभा रहे आपके साथी-परिवार को भी खुशियाँ दें। अधिक पैसा कमाने को ही मात्र जीवन की सफलता नहीं माना जा सकता, बल्कि हमें मानवीय गुणों (वेल्यूज) को भी साथ लेकर चलना होता है। सफल होने के लिए हमें कुछ बातों को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए।
हिम्मत न हारें, काम करते रहें
किसी कार्य को करने में खुद को लगाना, उसे लग्न से करते जाना सफलता की पहली सीढ़ी है। सफलता जितनी क्षमता पर निर्भर करती है,उतनी ही आत्मविश्वास पर भी निर्भर करती है। आत्मविश्वास की कमी हमें कमजोर बना देती है। काम करने से आत्मविश्वास आता है, जो असफल रहने के बावजूद सफलता की ओर ले जाता है। यह देखा जाता है कि फिक्स्ड माइंडसेट रखने वाले लोग मानते हैं कि बुद्धि और रचनात्मकता स्थायी हैं, इन्हें बदला नहीं जा सकता। ऐसे लोग असफलता से बचने की कोशिश करते हैं, जबकि ग्रोथ माइंडसेट रखने वाले लोग चुनौती और हार को भी आगे बढ़ने का अवसर मानते हैं।
सोच से अधिक सक्षम हैं हम
हम जिन कामों के लिए सोचते हैं कि हम नहीं कर सकते उन्हें भी हमसे पहले और हमारे जैसे इंसानों ने ही कर दिखाया है। मनुष्य में असीमित क्षमताएं हैं, जिन्हें धैर्य, परिश्रम और प्रशिक्षण से विकसित किया जा सकता है। सफल वे होते हैं, जो अपने स्वभाव व गुणों के अनुरूप फैसले लेते हैं।
खुद को बेहतर इंसान बनाएं दूसरों की भी मदद करें
ध्यान रखें कि दूसरों की देखभाल करना कोई प्रतियोगिता नहीं है। यह न सोचें कि हम दूसरों का कितना ध्यान रखते हैं और वे कितना। यदि किसी की मदद कर सकते हैं तो जरूर करें। वे चाहे जैसे भी क्यों न हों, उनका ध्यान रखें। भले ही आपको लगता है कि सामने वाला व्यक्ति जानकार, संपन्न, प्रतिष्ठित, सुंदर या प्रतिभाशाली है, अगर विनम्रता पूर्वक कुछ सहयोग दे सकते हैं तो भी हमें उन्हें सहयोग करना चाहिए।
खुद को अच्छे लोगों से जोड़ें
सामाजिक जुड़ाव, दोस्ती, प्यार, मित्रतापूर्ण संबंध ही जिंदगी है। हर व्यक्ति से नई ताजगी और उत्साह से मिलें। सामने वाले व्यक्ति के बारे में पहले से कोई राय न बनाएं। कोई अपेक्षा न रखें। करियर और सेहत की दृष्टि से सफल होने पर भी यदि व्यक्ति के पास प्यार करने वाले संबंधों की कमी है तो वह खुश नहीं रह सकता।
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