अभी नहीं तो फिर कभी नहीं ,,दोस्तों आप सब ने ये बात जरूर सुनी होगी !
दोस्तों
रिच डैड पुअर डैड पुस्तक के लेखक (रॉबर्ट क्योस्की ) कहते हैं @ मेरे पुअर डैड हमेशा कहते हैं की अच्छी पढाई करो , अच्छे नंबरों से पास हो ताकि कोई अच्छी नौकरी मिल सके ! हमेशा नौकर बनाने की शिक्षा देते ! वहीँ दूसरी तरफ मेरे अमीर डैड कहते हैं कि मालिक बनकर रहो 5 हजार और 10 हजार लोग तुम्हारे लिए काम करे ! सिस्टम बनाओ फिर लाखो करोडो लोग तुम्हारे लिए काम करेंगे !
धीरू भाई अम्बानी ने सिस्टम बनाया, दो IIT क्वालीफाई लोगो को हायर किया। उनके ब्रेन पावर का इस्तेमाल किया, CEO का पद दिया और एक लाख रूपय की सैलरी भी दी। फिर 4 MBA पास लोगों को business manager बना दिया। 50 हजार की सैलरी दी और उनके ब्रेन पावर का इस्तेमाल किया। डेवलपमेंट अफसर बनाया उन्हें भी 35 हजार की सैलरी दी। उनके ब्रेन और मस्कुलर पावर का इस्तेमाल किया। फिर supervisior रखे और 25 हजार रूपए सैलरी दी। फिर २० हजार से 5 हजार तक के लाखों वर्कर रखे और सैलरी दी। आज भारत के सबसे अमीर आदमी बन गए।
हमारे स्कूल में मालिक बनाने की शिक्षा क्यों नहीं दी जाती है ???
हमेशा 50 हजार या 1 लाख रूपए प्रति माह के लिए जी जान लगा कर पढ़ो , ही कहते हैं।
हमें इन बिज़नेस मालिको की तरह मालिक बनाने वाला काम न सीखाकर , इनके नौकर बनाने की शिक्षा ही क्यों दी जाती हैं।
एक कलेक्टर , एक कमिश्नर के पावर से ज्यादा इनका पावर होता है। सरकार इनकी केयर करती हैं। प्रदेश सरकार भी इन 'लक्ष्मीपुत्रों ' को बुलाती है , और कहती है ' आप हमारे प्रदेश में इन्वेस्ट करें। क्योकि सरकार जानती है कि जिस प्रदेश पर इनकी कृपा हो गई वह प्रदेश आगे बढ़ जायेगा।
**आप सिस्टम नहीं बना सकते क्योकि इतना पैसा नहीं है **
सिस्टम नेटवर्क मार्केटिंग ने बना दिया है और मालिक आपको बनना है। आप कितने वर्कर को अपने लिए काम पर लगा सकते हैं।
आप पर निर्भर करता है। वो लोग काम अपने लिए करेंगे फायदा आपको होगा। अगर 5 हजार लोग आपके साथ काम करेंगे तो कम से कम 10 लाख रूपए कि मासिक आय होगी।
जनगणना अनुसार
कुल आबादी ¬
1961¬35 करोड़ थी
1971¬45 करोड़ थी
1981¬65 करोड़ थी
1991¬85 करोड़ लगभग
2001¬91करोड़ लगभग
2011¬121 करोड़ लगभग
2021¬140 करोड़ लगभग होगी
2031¬165 करोड़ लगभग होगी
सोच कर देखना आज जो इसे इग्नोर करेगा , बाद में हमारे बच्चे हमसे कहेंगे ' उस समय आप क्या कर रहे थे? आपसे ये छोटा सा काम नहीं हो सका।
क्या जवाब देंगे आप
??
अर्थशास्त्रियों व् बुद्धिजीवियों का कहना है , 21 वीं सदी DSM ( डायरेक्ट सेलिंग मार्केटिंग ) या MLM ( मल्टी लेवल मार्केटिंग) का है
जो अवसर को पहचान गया वो आने वाले समय का अमीर आदमी होगा।
वार्ना जो कल कहते थे ' कम्प्यूटर को देश में मत आने देना , मशीनों को देश में मत आने देना , कई लोग बेरोजगार हो जायेंगे , वो ही आज भी नौकरी कर रहे हैं और नौकरी करने की शिक्षा दे रहे हैं और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं।
जिन्होंने कंप्यूटर को सपोर्ट किया , कंप्यूटर का बिज़नेस किया , आज सब अरबपति हैं।
अब भी समय है , सही निर्णय लीजिये , समय के साथ चलिए , सही व्यापार अपनाइये व् अपने साथ ¬साथ सभी लोगो व् अपने देश को भी मजबूत बनाइये।
खुद को आगे ले चलने और अपने लोगो को आगे बढ़ाने में क्या आप मेरे साथ हैं ??
अधिक जानकारी के लिए आप व्हाट्सप्प भी कर सकते हैं
आपका मित्र
रवि साहनी
7792872528
Comments
Post a Comment